मुहावरे और लोकोक्तियाँ (Idioms and Proverbs) – सम्पूर्ण नोट्स
🔹 परिचय (Introduction)
मुहावरे (Idioms) और लोकोक्तियाँ (Proverbs) हिंदी भाषा को अधिक प्रभावशाली, रोचक और सुंदर बनाते हैं। ये हमारी बातों में गहराई और प्रभाव जोड़ते हैं।
- मुहावरा : एक ऐसा स्थायी वाक्यांश जिसका शब्दिक अर्थ न लेकर विशेष अर्थ में प्रयोग किया जाता है।
- लोकोक्ति : कोई विशेष अनुभव या शिक्षा देने वाला प्रसिद्ध वाक्य जिसे समाज में स्वीकृति प्राप्त हो चुकी हो।
🔹 मुहावरे (Idioms) और उनके प्रकार
मुहावरे किसी भी भाषा की मौलिक पहचान होते हैं और इनका प्रयोग किसी विशेष अर्थ को प्रकट करने के लिए किया जाता है।
1. क्रियात्मक मुहावरे (Verbal Idioms)
इनका प्रयोग वाक्य में किसी क्रिया के साथ किया जाता है।
उदाहरण:
- आंखें दिखाना – गुस्सा करना
- बड़ों को आँखें दिखाना अच्छी बात नहीं।
- नानी याद आना – बहुत परेशानी होना
- इतना कठिन काम दिया कि नानी याद आ गई।
2. विशेषणात्मक मुहावरे (Adjective Idioms)
ये किसी व्यक्ति या वस्तु के गुणों का वर्णन करते हैं।
उदाहरण:
- तीन पांच करना – धोखा देना
- व्यापार में तीन पांच करना गलत है।
- डंके की चोट पर – निडर होकर
- उसने डंके की चोट पर अपनी गलती स्वीकार की।
3. संज्ञात्मक मुहावरे (Noun-Based Idioms)
इनका प्रयोग विशेष संज्ञाओं के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
- गागर में सागर भरना – कम शब्दों में गहरी बात कहना
- महात्मा बुद्ध की बातें गागर में सागर जैसी होती हैं।
- राई का पहाड़ बनाना – छोटी बात को बढ़ा-चढ़ाकर बताना
- छोटी-छोटी बातों पर राई का पहाड़ मत बनाओ।
4. अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे
| मुहावरा | अर्थ |
|---|---|
| हाथ पर हाथ धरे बैठना | कोई काम न करना |
| सिर चढ़कर बोलना | बहुत प्रभाव डालना |
| नौ दो ग्यारह होना | भाग जाना |
| दाल में काला होना | किसी बात में गड़बड़ होना |
| कान खड़े होना | सतर्क हो जाना |
🔹 लोकोक्तियाँ (Proverbs) और उनके प्रकार
लोकोक्तियाँ किसी अनुभव या सच्चाई पर आधारित कहावतें होती हैं, जो समाज में शिक्षा देने के लिए प्रचलित होती हैं।
1. नैतिक शिक्षा देने वाली लोकोक्तियाँ
ये लोकोक्तियाँ किसी नैतिक शिक्षा या सही व्यवहार का ज्ञान कराती हैं।
उदाहरण:
- जो गरजते हैं, वे बरसते नहीं। – जो अधिक शेखी बघारते हैं, वे अक्सर कमजोर होते हैं।
- जैसी करनी, वैसी भरनी। – व्यक्ति अपने कर्मों का फल पाता है।
2. अनुभव आधारित लोकोक्तियाँ
जो जीवन के अनुभव से संबंधित होती हैं।
उदाहरण:
- अंधों में काना राजा। – अयोग्य लोगों में थोड़ा योग्य व्यक्ति भी श्रेष्ठ माना जाता है।
- बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद। – मूर्ख व्यक्ति अच्छी चीजों की कद्र नहीं कर सकता।
3. सामाजिक व्यवहार दर्शाने वाली लोकोक्तियाँ
जो समाज में लोगों के व्यवहार और संबंधों को दर्शाती हैं।
उदाहरण:
- अपना हाथ जगन्नाथ। – स्वयं के किए गए कार्यों पर ही भरोसा करना चाहिए।
- चोर-चोर मौसेरे भाई। – बुरे लोग आपस में मित्र होते हैं।
4. परिश्रम और सफलता पर आधारित लोकोक्तियाँ
जो मेहनत, सफलता और असफलता से संबंधित होती हैं।
उदाहरण:
- मेहनत का फल मीठा होता है। – परिश्रम का परिणाम हमेशा अच्छा होता है।
- ऊँट के मुँह में जीरा। – जरूरत से बहुत कम मिलना।
5. अन्य महत्वपूर्ण लोकोक्तियाँ
| लोकोक्ति | अर्थ |
|---|---|
| अधजल गगरी छलकत जाए | अल्प ज्ञान वाला व्यक्ति अधिक दिखावा करता है। |
| बोया पेड़ बबूल का, आम कहाँ से होय | बुरे कर्म करने पर अच्छा फल नहीं मिलता। |
| घर का भेदी लंका ढाए | अपनों द्वारा किया गया विश्वासघात खतरनाक होता है। |
| नाच ना जाने आँगन टेढ़ा | अपनी कमी को दूसरों पर डालना। |
| बिना जुर्म जुर्माना | बिना गलती के सजा मिलना। |
🔹 मुहावरे और लोकोक्तियाँ में अंतर (Difference between Idioms and Proverbs)
| मुहावरा | लोकोक्ति |
|---|---|
| एक वाक्यांश होता है जिसका गूढ़ अर्थ होता है। | एक पूर्ण वाक्य होता है जो किसी अनुभव या शिक्षा को दर्शाता है। |
| इसे वाक्य में जोड़कर प्रयोग किया जाता है। | यह अपने आप में पूर्ण वाक्य होता है। |
| उदाहरण: “आग बबूला होना” – बहुत गुस्सा होना। | उदाहरण: “अकाल में हल चलाना” – बेकार मेहनत करना। |
🔹 मुहावरे और लोकोक्तियाँ याद करने के सुझाव (Tips to Remember Idioms and Proverbs)
✔ प्रतिदिन 5-10 मुहावरे और लोकोक्तियाँ लिखकर याद करें।
✔ इन्हें वाक्य में प्रयोग करके समझने की कोशिश करें।
✔ कहानियों और हिंदी साहित्य पढ़कर इन्हें आसानी से समझ सकते हैं।
✔ परीक्षाओं में अधिक अंक लाने के लिए इनका सही प्रयोग सीखें।
🔹 अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)
(A) दिए गए मुहावरों का अर्थ लिखें:
- कान भरना
- मुँह की खाना
- टका सा जवाब देना
- आँखों का तारा
- रंग में भंग पड़ना
(B) सही लोकोक्ति चुनें:
- कठिन समय में धैर्य रखना चाहिए।
- (a) हिम्मत का फल मीठा होता है।
- (b) लोहे को लोहा काटता है।
- मूर्ख व्यक्ति अच्छी चीज़ों की कद्र नहीं कर सकता।
- (a) बूढ़े शेर की खाल नहीं बिकती।
- (b) बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।
🔹 निष्कर्ष (Conclusion)
मुहावरे और लोकोक्तियाँ न केवल हमारी भाषा को समृद्ध बनाते हैं, बल्कि संवाद को प्रभावशाली भी बनाते हैं। सही अवसर पर इनका उपयोग हमें अधिक अभिव्यक्तिपूर्ण और प्रभावशाली बनाता है।



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