प्रत्यय (Suffix)

pratyay full notes hindi grammar

📖 प्रत्यय (Suffix) – सम्पूर्ण नोट्स


🔹 परिभाषा (Definition of Pratyay)

जिस शब्दांश के जुड़ने से किसी शब्द का नया रूप बनता है और उसका अर्थ परिवर्तित या विस्तारित हो जाता है, उसे प्रत्यय कहते हैं।
👉 प्रत्यय शब्द के अंत में जुड़े रहते हैं और नए शब्द की रचना करते हैं।

🔹 उदाहरण:

  • बालक + ता → बालकत्व (गुणवाचक परिवर्तन)
  • आशा + वादी → आशावादी (व्यक्ति के दृष्टिकोण में परिवर्तन)

🔹 प्रत्यय के प्रकार (Types of Pratyay)

1️⃣ कृत प्रत्यय (Krit Pratyay)

जब किसी धातु (verb root) के अंत में प्रत्यय जोड़कर नया शब्द बनाया जाता है, तो उसे कृत प्रत्यय कहते हैं।
👉 यह मुख्य रूप से संस्कृत मूल के शब्दों से बनते हैं।

उदाहरण:

मूल धातुकृत प्रत्ययनया शब्द
चलअकचालक
ज्ञाअनज्ञान
पढ़पढ़ाई
लिखलेखक
रचनारचना

2️⃣ तद्धित प्रत्यय (Taddhita Pratyay)

जब किसी मूल शब्द के अंत में प्रत्यय जोड़कर उससे संबंधित कोई विशेष अर्थ प्रकट किया जाता है, तो उसे तद्धित प्रत्यय कहते हैं।

उदाहरण:

मूल शब्दतद्धित प्रत्ययनया शब्द
ग्रामणीग्रामणी (गाँव का मुखिया)
बालकताबालकता (बचपना)
गुरुत्वगुरुत्व (गंभीरता)
मित्रतामित्रता (दोस्ती)
माताऋयमातृत्त्व (माँ का गुण)

3️⃣ कृदंत प्रत्यय (Kridant Pratyay)

जब कोई धातु में प्रत्यय जोड़कर संज्ञा या विशेषण बनाया जाता है, तो उसे कृदंत प्रत्यय कहते हैं।
👉 यह कृत और तद्धित प्रत्यय का मिश्रण होता है।

उदाहरण:

मूल धातुकृदंत प्रत्ययनया शब्द
लिखअकलेखक
गाअनगान (गीत)
चलअटचलायमान
पढ़पढ़ाई
बोलअनभाषण

4️⃣ ठक प्रत्यय (Thak Pratyay)

जब किसी शब्द के अंत में “ठक” प्रत्यय लगाया जाता है, तो उससे व्यक्ति, वस्तु या स्थान की विशेषता प्रकट होती है।

उदाहरण:

मूल शब्दठक प्रत्ययनया शब्द
राजाठकराजकीय
मित्रठकमैत्री
बालकठकबालकीय
गुरुठकगुरुकुल
विद्याठकवैदिक

5️⃣ संज्ञा बनाने वाले प्रत्यय (Noun-Forming Suffixes)

👉 जब किसी शब्द के अंत में प्रत्यय जोड़कर संज्ञा बनाई जाती है, तो उसे संज्ञा बनाने वाला प्रत्यय कहा जाता है।

उदाहरण:

मूल शब्दप्रत्ययनया शब्द
राजारानी
चोरचोरी
आशाआशायी
बालबालक
विद्याअर्थविद्याधर

6️⃣ विशेषण बनाने वाले प्रत्यय (Adjective-Forming Suffixes)

👉 जब किसी शब्द के अंत में प्रत्यय जोड़कर विशेषण बनाया जाता है, तो उसे विशेषण बनाने वाला प्रत्यय कहते हैं।

उदाहरण:

मूल शब्दप्रत्ययनया शब्द
शक्तिमानशक्तिमान
मित्रतामित्रता
राजाईयराजकीय
जलजलीय
मृदुतामृदुता

7️⃣ क्रियाविशेषण (Adverbial Suffixes)

👉 जब किसी शब्द के अंत में प्रत्यय जोड़कर क्रिया का विस्तार किया जाता है, तो उसे क्रियाविशेषण प्रत्यय कहते हैं।

उदाहरण:

मूल शब्दप्रत्ययनया शब्द
शीघ्रतमशीघ्रतम
दूरईयदूरीय
गहनतागहनता
सहजसहजता

8️⃣ वचन और लिंग बदलने वाले प्रत्यय

👉 जब किसी शब्द के अंत में प्रत्यय जोड़कर उसका लिंग या वचन बदला जाता है, तो इसे वचन और लिंग परिवर्तनकारी प्रत्यय कहा जाता है।

उदाहरण:

मूल शब्दप्रत्ययनया शब्द
बालकबालिका
गुरुणीगुरुणी
राजारानी
मित्रतामित्रता
देवदेवी

🔹 प्रत्यय और उपसर्ग में अंतर (Difference Between Pratyay and Upsarg)

प्रत्यय (Suffix)उपसर्ग (Prefix)
प्रत्यय शब्द के अंत में जोड़ा जाता है।उपसर्ग शब्द के प्रारंभ में जोड़ा जाता है।
यह शब्द का अर्थ बदल सकता है।यह शब्द का अर्थ परिवर्तित या विस्तारित कर सकता है।
उदाहरण: ज्ञा + अन → ज्ञानउदाहरण: अ + विद्या → अविद्या

🔹 प्रत्यय याद करने के सुझाव (Tips to Remember Suffixes)

रोज़ 5-10 प्रत्ययों को लिखकर अभ्यास करें।
प्रत्ययों के साथ बने शब्दों को वाक्य में प्रयोग करें।
संस्कृत और हिंदी साहित्य पढ़कर प्रत्ययों की पहचान करें।
अलग-अलग प्रत्ययों के समूह बनाकर उन्हें श्रेणियों में बाँटे।


🔹 अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)

(A) सही प्रत्यय जोड़कर शब्द बनाइए:

  1. ज्ञान + ___ = ज्ञानी
  2. राजा + ___ = राजकीय
  3. मित्र + ___ = मैत्री
  4. शक्ति + ___ = शक्तिमान
  5. नृत्य + ___ = नर्तकी

(B) सही प्रत्यय चुनकर रिक्त स्थान भरें:

  1. जो विद्या प्राप्त कर रहा हो, वह ___ कहलाता है। (विद्यार्थी / विद्या)
  2. जिसने रचना की हो, वह ___ कहलाता है। (रचनाकार / रचना)
  3. जो मीठा बोलता है, वह ___ कहलाता है। (मधुरता / मधुरभाषी)

🔹 निष्कर्ष (Conclusion)

प्रत्यय शब्द निर्माण की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो हिंदी भाषा को अधिक समृद्ध और प्रभावशाली बनाती है। सही प्रत्ययों के प्रयोग से भाषा में स्पष्टता और सौंदर्य बढ़ता है।

📌 अगर आपको और अधिक अभ्यास चाहिए, तो बताएं! 😊

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