छत्तीसगढ़ी भाषा का इतिहास काल विभाजन
- छत्तीसगढ़ी हिन्दी भाषा समूह की पूर्वी बोली उपसमूह की एक बोली है.
- हिन्दी और उसकी बोलियों में साहित्य रचना अपभ्रंश के बाद आरंभ हुई इसी क्रम में छत्तीसगढ़ी में साहित्य सृजन लगभग 1000 वर्ष पूर्व आरंभ हुआ.
- छत्तीसगढ़ी साहित्य को उसकी विशेषताओं के आधार पर सामान्यतः निम्न भागों में विभाजित किया जाता है-
- आदि काल या गाथा युग – 950 ई. से 1450 ई.
- मध्य काल या भक्ति युग – 1450 ई. से 1850ई.
- आधुनिक काल – 1850 ई . से आगे
छत्तीसगढ़ी साहित्य का आदिकाल
आदिकाल या वीरगाथा काल
- इस युग में हिन्दी भाषा के साहित्य के परंपरा के अनुरूप छत्तीसगढ़ी में भी प्रेम और वीरता का वर्णन करने वाले वीर गाथा काव्यों का सृजन हुआ.
प्रेमगाथा एवं वीर गाथा काव्य सृजन
: अहिमन
: केवला रानी
: रेवा रानी
धार्मिक पौराणिक गाथाएँ
फूलबासन गाथा : सीता एवं लक्ष्मण का संवाद
पण्डवानी : द्रौपदी की तीजा गाथा
प्रमुख सहित्यकार :
- खैरागढ़ के राजा लक्ष्मीनिधि कर्णराय पर कवि दलराम राव की प्रशस्ति छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी पर प्रकाश डालने वाली प्रथम कविता मानी जाती है.
लक्ष्मीनिधि राय सुनो चित्त दे , गढ़ छतीस में न गढ़ैया रही,
मरदूमी रही नहिं मरदन के फेर , हिम्मत से न लड़ैया रही।
- अन्य चरण कवि – दलवीर राव , मानिक राव , सुंदर राव , हरिनाथ राव , धनसिंह राव , बिसाहू राव , कमाल राव आदि प्रमुख है.
मध्यकाल : भक्ति युग
| नाम | काल | मत / भूमिका | स्थान / विशेषता | रचनाएँ / पद / वाणी |
|---|---|---|---|---|
| धर्मदास | 1520 | कबीरदास के शिष्य | 1. कबीरधाम2. छत्तीसगढ़ी के प्रथम सशक्त कवि | पदों का संकलन:जमुनिया की डार मोरी टोर देव होएक जमुनिया के चउदा डारा सार सबद ले के मोड़ देव हो |
| गुरु घासीदास | 1756 – 1836 | सतनाम पंथ के संस्थापकविशुद्ध कवि नहीं थे | वाणी:चलो चलो हंसा अमर लोक जाइबोइहाँ हमर कोनो नइये | |
| वीरगाथा रचनाएँ | — | — | — | रचनाएँ:फुलकुंवर देवी गाथा, कल्याण साय की गाथा, ढोलामारू, नगेसर कइना |
छत्तीसगढ़ के मध्यकालीन साहित्यकार
| नाम | विशेषता / पद | रचनाएँ / कृतियाँ |
|---|---|---|
| गोपाल मिश्र | रतनपुर के राजकवि एवं दीवानछत्तीसगढ़ में हिन्दी के प्रथम सशक्त कवि | हिन्दी रचनाएँ:1. खूब तमाशा2. भक्ति चिंतामणि3. सुदामा चरित्र4. रामप्रताप |
| बाबू रेवाराम | — | संस्कृत रचनाएँ:1. गीतामाधव2. गंगा लहरी3. नर्मदाष्टक4. रामायण सार5. ब्राम्हण स्रोतहिन्दी रचनाएँ:1. विक्रम विलास2. कृष्ण लीला |
| लक्ष्मण कवि | — | रचना:1. भोसला वंश प्रशस्ति |
| प्रहलाद दुबे | — | रचना:1. जयचंद्रिका |
आधुनिक काल
| लेखक / कवि | रचना / कृति | वर्ष (यदि उपलब्ध) |
|---|---|---|
| नरसिंहदास वैष्णव | शिवायन | 1904 |
| सुन्दर लाल शर्मा | छत्तीसगढ़ी दानलीला | 1912 |
| गोविंद राम विट्ठल | नाग लीला | — |
| लोचन प्रसाद पाण्डेय | भूतहा मंडल | — |
| मुकुटधर पाण्डेय | मेघदूत का छत्तीसगढ़ी अनुवाद | — |
| बिसाहू राम मिश्र | कृष्णायन | — |
राष्ट्रीय आंदोलन की भावना से प्रेरित साहित्य
| लेखक / कवि | रचना / कृति |
|---|---|
| गिरिवर दास वैष्णव | छत्तीसगढ़ी सुराज |
| पुरुषोत्तम दास | कांग्रेसी आल्हा |
| कपिल नाथ मिश्र | खुसरा चिरई के बिहाव |
| किशन लाल | लड़ई के गीत |
छत्तिसगढ़ी भाषा ब्लॉग पोस्ट(CGPSC)


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