विरामचिन्हों (Punctuation Marks) का प्रयोग वाक्य में विचारों को स्पष्ट, प्रभावी और सुसंगत ढंग से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। ये लेखन में ठहराव, जोर, प्रश्न या भावनाओं को दर्शाते हैं।
यहाँ हिंदी व्याकरण में प्रमुख विरामचिन्हों के नाम, उनका प्रयोग, और नियम विस्तार से दिए गए हैं:
✦ विरामचिन्हों के प्रकार, प्रयोग और नियम:
| क्रम | विरामचिन्ह | नाम | प्रयोग और नियम |
|---|---|---|---|
| 1. | । | पूर्ण विराम | वाक्य समाप्त करने पर किया जाता है। उदाहरण: राम विद्यालय गया। |
| 2. | , | अल्पविराम | वाक्य में थोड़े विराम के लिए, क्रम दर्शाने हेतु या एक ही श्रेणी के शब्दों को अलग करने के लिए। उदाहरण: मैंने आम, सेब, केला और अंगूर खरीदे। |
| 3. | : | योजक चिन्ह | उदाहरण देने, सूची बताने या स्पष्टीकरण से पहले। उदाहरण: मुझे तीन वस्तुएँ चाहिएं: कलम, कॉपी और रबर। |
| 4. | ; | अर्द्धविराम | एक जैसे विचारों वाले दो वाक्यों को जोड़ने के लिए। उदाहरण: वह ईमानदार है; लोग उसकी बहुत प्रशंसा करते हैं। |
| 5. | ? | प्रश्नवाचक चिन्ह | प्रश्नवाचक वाक्य के अंत में। उदाहरण: क्या तुम स्कूल गए थे? |
| 6. | ! | विस्मयादिबोधक चिन्ह | आश्चर्य, खुशी, दुःख, गुस्सा आदि भाव व्यक्त करने हेतु। उदाहरण: वाह! तुमने कमाल कर दिया! |
| 7. | " “` या ‘ ‘ | उद्धरण चिन्ह | किसी के कहे गए वाक्य, संवाद या प्रसिद्ध कथन को उद्धृत करने हेतु। उदाहरण: महात्मा गांधी ने कहा, “सत्य ही ईश्वर है।” |
| 8. | — | विराम रेखा या डैश | अचानक रोककर नई बात या स्पष्टीकरण देने के लिए। उदाहरण: वह – मेरा दोस्त – बहुत ईमानदार है। |
| 9. | ( ) | कोष्ठक | अतिरिक्त जानकारी, अर्थ या स्पष्टीकरण देने के लिए। उदाहरण: वह (जो कल आया था) मेरा चचेरा भाई है। |
| 10. | … | त्रिपुटी बिंदु (Ellipsis) | अधूरी बात या लंबे विराम के लिए। उदाहरण: मुझे नहीं पता… शायद वह आ जाएगा। |
✦ विरामचिन्हों के प्रयोग से जुड़े मुख्य नियम:
- पूर्णविराम हमेशा एक स्वतंत्र वाक्य के अंत में लगाया जाता है।
- अल्पविराम तब लगाया जाता है जब एक ही वाक्य में कई वस्तुएँ या विचार हों।
- प्रश्नवाचक चिन्ह केवल प्रश्न वाले वाक्य के अंत में आता है।
- विस्मयादिबोधक चिन्ह केवल भावनात्मक या जोरदार वाक्य के अंत में प्रयोग होता है।
- अर्द्धविराम से संबंधित वाक्यों को जोड़ा जाता है जहाँ पूर्णविराम से रोकना उपयुक्त न हो।
- उद्धरण चिन्हों में जो भी बात हो वह ज्यों का त्यों दी जाती है।
- कोष्ठक में दी गई बात वाक्य का मूल भाग नहीं होती, केवल स्पष्टीकरण होता है।
- डैश का प्रयोग बीच में रुककर विशेष जानकारी जोड़ने के लिए होता है।
✦ अभ्यास प्रश्न (Practice Questions):
- नीचे दिए गए वाक्यों में उचित विरामचिन्ह भरिए: a) राम सीता लक्ष्मण और हनुमान वन चले गए
→ उत्तर: राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान वन चले गए। b) क्या तुमने अपना काम पूरा किया
→ उत्तर: क्या तुमने अपना काम पूरा किया? c) ओह मैं तो भूल ही गया
→ उत्तर: ओह! मैं तो भूल ही गया। d) महात्मा गांधी ने कहा सत्य ही ईश्वर है
→ उत्तर: महात्मा गांधी ने कहा, “सत्य ही ईश्वर है।”
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