आवा संगवारी मनअब CGPSC के परीक्षा म उपयोग आने वाला जम्मो जरूरी तथ्य ल याद रखे के कोशिश करबो
साहित्य के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में प्रथम
| श्रेणी | शीर्षक |
|---|---|
| प्रथम उपन्यासकार | बंशीधर पाण्डेय |
| प्रथम कहानी | सुरही गइया |
| प्रथम कहानीकार | सीताराम मिश्र |
| प्रथम नाटक | कलिकाल (1905) |
| प्रथम नाटककार | लोचन प्रसाद पाण्डेय (कलिकाल) |
| प्रथम निबंध | रान्डी ब्राम्हण के दुर्दशा (1968) |
| प्रथम निबंधकार | केयूर भुषण |
| प्रथम छोटा खंडकाव्य | दानलीला |
| प्रथम खंडकाव्य कवि | पं. सुंदरलाल शर्मा |
नोट : – विद्वानों में प्रथम छत्तीसगढ़ी कहानी को लेकर मतभेद हैं कुछ विद्वानों ढोला के कहिनी लेखक हीरालाल काव्योपाध्याय को तथा कुछ विद्वान सुरही गइया लेखक पं. सीताराम मिश्र को प्रथम कहानी मानते हैं।
अन्य स्मरणीय तथ्य
- छ. ग. में गद्य लेखन की शुरुवात : लोचन प्रसाद पाण्डेय
- छ. ग. में व्यंग लेखन की शुरुवात : शरद कोठारी
- हल्बी बोली में लोक कथाओं का संग्रह : लाला जगदलपुरी
साहित्यकारों की प्रसिद्धि
| छतीसगढ़ी के प्रमुख साहित्यकार | योगदान |
|---|---|
| नरसिंह दास वैष्णव | प्रथम कवि |
| मुकुटधर पाण्डेय | छायावाद के जनक |
| हीरालाल काव्योपाध्यय | व्याकरणाचार्य, पाणिनी |
| गोपाल मिश्र | वाल्मीकि |
| गजानन माधव मुक्तिबोध | नीलकंठ |
| रामदयाल तिवारी | विद्यासागर |
| निरूपमा शर्मा (सोना बाई) | प्रथम कवयित्री |
छतीसगढ़ के प्रमुख उपन्यास
| लेखक | उपन्यास |
|---|---|
| बंशीधर पाण्डेय | हीरु के कहिनी (प्रथम उपन्यास) |
| शिवशंकर शुक्ल | 1. मोंगरा 2. दियना के अंजोर |
| केयूर भूषण | कुल के मरजाद |
| पं. कृष्ण कुमार शर्मा | छेरछेरा |
| ठाकुर हृदय सिंह चौहान | फुटहा करम |
| लखन लाल गुप्त | चंदा अमृत बरसाइस |
छत्तीसगढ़ की प्रमुख कहानियाँ :
| लेखक | कहानी |
|---|---|
| सीताराम मिश्र | सुरही गइया |
| राजेंद्र सोनी | खोलबहरा तोला गांधी बनाबों |
| डॉ. पालेश्वर शर्मा | सुसक झन कुररी सुरता ले |
| डॉ. पालेश्वर शर्मा | तिरिया जनम झन दे |
| श्यामलाल चतुर्वेदी | पर्र भर लाई |
छतीसगढ़ के प्रमुख निबंध
| निबंधकार | निबंध |
|---|---|
| केयूर भूषण | रान्डी ब्राम्हण की दुर्दशा |
| डॉ. पालेश्वर शर्मा | गुड़ी के गोठ |
| विनय कुमार पाठक | एक रुख एकेच शाखा |
| लखन लाल गुप्त | गोठ बात |
| कपिलनाथ कश्यप | 1. निसेनी 2. धान की आत्मकथा |
छतीसगढ़ के प्रमुख नाटक
| लेखक | नाटक / नाटिका |
|---|---|
| लोचन प्रसाद पाण्डेय | कालिदास |
| परदेशी राम वर्मा | मय बइला नोहव |
| खूबचन्द बघेल | करम छड़हा ऊच-नीच लेड़गा जनराईल सिंह बेटवा बिहाव किसान करलई |
| टिकेन्द्र टिकरिहा | साहूकार से छुटकारा |
| लखन लाल गुप्त | बेटी के मनसुबा और बर के खोज में |
| कपिलनाथ कश्यप | गुरावट विवाह, अंधियारी रात |
छतीसगढ़ी महाकाव्य लेखन
| लेखक | कथा |
|---|---|
| श्री प्रणयन जी | श्री रामकथा |
| श्री प्रणयन जी | श्री कृष्ण कथा |
| श्री प्रणयन जी | श्री महाभारत कथा |
प्रमुख छतीसगढ़ी खंडकाव्य
| लेखक | रचना |
|---|---|
| सुंदर लाल शर्मा | दानलीला |
| गोविंद राव विट्ठल | नाग लीला |
| बृजलाल शुक्ल | सुकवा |
| कपिलनाथ कश्यप | सीता की अग्नि परीक्षा |
| गया प्रसाद बिसरिया | महादेव के बिहाव |
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छत्तीसगढ़ी बोली में लिंग व्यवस्था
पुल्लिंग कुछ संज्ञा शब्दों का प्रयोग केवल पुल्लिंग रूप में होता है, जैसे:चाउर (चावल), पाना (पत्ता), पखना (पत्थर), फर (फल), कउवा (कौवा) सामान्य नियम: 🔹 आकारांत – पुल्लिंग छत्तीसगढ़ी के आकारांत शब्द प्रायः पुल्लिंग होते हैं, जैसे:दसना (बिस्तर), बइगा (ओझा),…
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वर्तमान काल, भूतकाल, भविष्यत प्रथम पुरुष एकवचन मैं जावत हौं. मैं जात रहेव. मैं जाहूं. बहुवचन हमन जावत हन. हमन जावत रहेन. हमन जाबो. द्वितीय पुरुष एकवचन तैं जावत हस. तैं जावत रहे. तैं जाबे. बहुवचन तू मन जावत. तू…
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डॉ. विनय कुमार पाठक : डॉ . विनोद कुमार वर्मा पं. सुंदर लाल शर्मा लोचन प्रसाद पांडे रचनाएँ शुकलाल प्रसाद पाण्डे मुकुटधर पाण्डे छत्तीसगढ़ के अन्य साहित्यकार : छत्तिसगढ़ी भाषा ब्लॉग पोस्ट(CGPSC)
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