🌬️ मानव श्वसन तंत्र – विद्यार्थियों के लिए सम्पूर्ण नोट्स
📘 परिचय (Introduction)
मानव श्वसन तंत्र (Human Respiratory System) हमारे शरीर का अत्यंत महत्वपूर्ण तंत्र है। इसका मुख्य कार्य श्वसन (Respiration) यानी गैसों का आदान-प्रदान (Exchange of Gases) करना है। इस प्रक्रिया में हम ऑक्सीजन (O₂) ग्रहण करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) बाहर निकालते हैं।
शरीर की प्रत्येक कोशिका को ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, जिससे कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) द्वारा ऊर्जा (ATP – Adenosine Triphosphate) का निर्माण होता है।
🩸 परिभाषा (Definition)
श्वसन (Respiration) एक जैविक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से शरीर ऑक्सीजन ग्रहण करता है और कार्बन डाइऑक्साइड निकालता है ताकि भोजन से ऊर्जा उत्पन्न की जा सके।
🔬 श्वसन के प्रकार (Types of Respiration)
| प्रकार | विवरण |
|---|---|
| 1. एरोबिक श्वसन (Aerobic Respiration) | यह ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है। इसमें ग्लूकोज़ पूरी तरह टूटकर CO₂, H₂O और ऊर्जा बनाता है। |
| 2. एनारोबिक श्वसन (Anaerobic Respiration) | यह ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है। इसमें ग्लूकोज़ आंशिक रूप से टूटकर लैक्टिक अम्ल या एल्कोहल बनाता है और कम ऊर्जा उत्पन्न होती है। |
एरोबिक श्वसन का समीकरण:
C6H12O6 + 6O2 → 6CO2 + 6H2O + Energy (ATP)
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🫁 मानव श्वसन तंत्र के मुख्य अंग (Main Organs of Human Respiratory System)
| क्रम सं. (S.N.) | अंग का नाम (Name of the Part) | कार्य (Function) |
|---|---|---|
| 1 | नथुने (Nostrils/Nares) | वायु को नासिका गुहा में प्रवेश करने देते हैं तथा धूल को रोकते हैं। |
| 2 | नासिका गुहा (Nasal Cavity) | वायु को गर्म, नम और शुद्ध करती है। |
| 3 | ग्रसनी (Pharynx) | वायु और भोजन के लिए सामान्य मार्ग; नासिका को कंठ से जोड़ती है। |
| 4 | कंठ या स्वरयंत्र (Larynx/Voice Box) | ध्वनि उत्पन्न करता है और भोजन को श्वासनली में जाने से रोकता है। |
| 5 | श्वासनली (Trachea/Windpipe) | उपास्थियों (cartilaginous rings) से बनी नली जो वायु को फेफड़ों तक पहुँचाती है। |
| 6 | श्वास नलिकाएँ (Bronchi) | श्वासनली की दो शाखाएँ जो दोनों फेफड़ों में जाती हैं। |
| 7 | सूक्ष्म श्वास नलिकाएँ (Bronchioles) | श्वास नलिकाओं की छोटी शाखाएँ जो फेफड़ों के भीतर होती हैं। |
| 8 | वायुकोष्ठ (Alveoli) | सूक्ष्म थैलीनुमा संरचनाएँ जहाँ गैसों का आदान-प्रदान होता है। |
| 9 | फेफड़े (Lungs) | मुख्य श्वसन अंग; ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान करते हैं। |
| 10 | पेशी झिल्ली या डायफ्राम (Diaphragm) | गुंबदाकार पेशी जो श्वास की प्रक्रिया में सहायता करती है। |

⚙️ श्वास की प्रक्रिया (Mechanism of Breathing)
श्वास दो मुख्य चरणों में होती है –
- श्वसन (Inhalation / Inspiration)
- डायफ्राम नीचे की ओर सिकुड़ता है।
- पसलियाँ ऊपर और बाहर की ओर उठती हैं।
- वक्ष गुहा का आयतन बढ़ता है और वायु फेफड़ों में प्रवेश करती है।
- निश्वसन (Exhalation / Expiration)
- डायफ्राम ऊपर की ओर ढीला पड़ता है।
- पसलियाँ नीचे और अंदर की ओर आ जाती हैं।
- वक्ष गुहा का आयतन घटता है और वायु बाहर निकल जाती है।
🧬 गैसों का आदान-प्रदान (Exchange of Gases)
- यह प्रक्रिया वायुकोष्ठों (Alveoli) में होती है।
- ऑक्सीजन (O₂) फेफड़ों से रक्त केशिकाओं (Capillaries) में प्रवेश करती है।
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) रक्त से वायुकोष्ठों में पहुँचकर बाहर निकलती है।
- ऑक्सीजन, रक्त में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) से मिलकर ऑक्सीहीमोग्लोबिन (Oxyhemoglobin) बनाती है।
⚡ कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration)
ऑक्सीजन शरीर की कोशिकाओं तक पहुँचने के बाद ग्लूकोज़ (Glucose) को ऑक्सीकरण करके ऊर्जा उत्पन्न करती है –
Glucose + Oxygen → Carbon dioxide + Water + Energy
यह ऊर्जा शरीर के सभी कार्यों जैसे गति, वृद्धि, मरम्मत और रखरखाव में उपयोग होती है।
🫀 श्वास और श्वसन में अंतर (Difference between Breathing and Respiration)
| आधार (Basis) | श्वास (Breathing) | श्वसन (Respiration) |
|---|---|---|
| परिभाषा | वायु का अंदर लेना और बाहर निकालना। | भोजन से ऊर्जा प्राप्त करने की जैविक प्रक्रिया। |
| संबंधित अंग | फेफड़े, डायफ्राम | कोशिकाएँ, माइटोकॉन्ड्रिया |
| ऊर्जा उत्पादन | नहीं होता | होता है (ATP के रूप में) |
| प्रकार | भौतिक प्रक्रिया | रासायनिक प्रक्रिया |
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📊 संक्षेप सार (Summary)
- मुख्य अंग – नासिका, ग्रसनी, कंठ, श्वासनली, श्वास नलिकाएँ, फेफड़े
- मुख्य कार्य – ऑक्सीजन ग्रहण, कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन, ध्वनि उत्पादन
- सामान्य श्वास दर – 12–18 बार प्रति मिनट (वयस्क में)
- फेफड़ों की क्षमता – लगभग 5–6 लीटर
📘 बोर्ड परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण प्रश्न (Board Exam Important Questions)
संक्षिप्त उत्तर वाले प्रश्न (Short Answer Type Questions)
- श्वसन क्या है?
→ ऑक्सीजन द्वारा भोजन से ऊर्जा प्राप्त करने की जैविक प्रक्रिया। - मानव श्वसन तंत्र के अंगों के नाम लिखिए।
→ नासिका, ग्रसनी, कंठ, श्वासनली, श्वास नलिकाएँ, फेफड़े। - वायुकोष्ठ (Alveoli) का क्या कार्य है?
→ गैसों का आदान-प्रदान; यहाँ ऑक्सीजन रक्त में और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलती है। - श्वास क्रिया में डायफ्राम की क्या भूमिका है?
→ डायफ्राम के सिकुड़ने और ढीले पड़ने से वायु का आवागमन होता है। - एरोबिक और एनारोबिक श्वसन में अंतर लिखिए।
→ एरोबिक में ऑक्सीजन की उपस्थिति होती है, एनारोबिक में अनुपस्थिति।
दीर्घ उत्तर वाले प्रश्न (Long Answer Type Questions)
- मानव में श्वास की क्रिया का वर्णन कीजिए।
→ श्वास दो चरणों में होती है – श्वसन और निश्वसन। डायफ्राम और पसलियाँ वक्ष गुहा के आयतन में परिवर्तन करती हैं, जिससे वायु का आवागमन होता है। - फेफड़ों की संरचना एवं कार्य समझाइए।
→ फेफड़े स्पंजी अंग हैं जो वायुकोष्ठों और श्वास नलिकाओं से बने होते हैं। यह गैसों के आदान-प्रदान का कार्य करते हैं। - कोशिकीय श्वसन क्या है? इसका महत्व लिखिए।
→ भोजन से ऊर्जा प्राप्त करने की प्रक्रिया, जिससे शरीर के सभी कार्य सम्पन्न होते हैं।
बहुविकल्पीय / वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)
- गैसों का आदान-प्रदान होता है — वायुकोष्ठों (Alveoli) में
- स्वरयंत्र का दूसरा नाम है — कंठ (Larynx)
- वायु अंदर लेने की प्रक्रिया — श्वसन (Inhalation)
- श्वसन वर्णक — हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- व्यायाम के समय श्वास दर — बढ़ जाती है
🧠 सामान्य ज्ञान एवं जानकारी (GK & General Awareness)
- एक वयस्क व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 22,000 बार श्वास लेता है।
- दायाँ फेफड़ा बाएँ फेफड़े से बड़ा होता है।
- धूम्रपान (Smoking) फेफड़ों के वायुकोष्ठों को नष्ट करता है।
- ऊँचाई वाले स्थानों पर ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
- हमारे फेफड़ों में लगभग 300 मिलियन वायुकोष्ठ (Alveoli) होते हैं।
💚 श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने के उपाय (Tips to Keep Respiratory System Healthy)
- धूम्रपान से बचें – यह फेफड़ों को नुकसान पहुँचाता है।
- नियमित व्यायाम करें – फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
- स्वच्छ वातावरण बनाए रखें – धूल और प्रदूषण से बचाव।
- गहरी सांस या योग का अभ्यास करें – ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।
- पर्याप्त पानी पिएं – श्लेष्म झिल्लियाँ (Mucous Membranes) नम रहती हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार लें – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- टीकाकरण करवाएँ – जैसे फ्लू और निमोनिया से बचाव के लिए।
- हानिकारक रसायनों और धुएँ से दूर रहें।

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🧾 निष्कर्ष (Conclusion)
मानव श्वसन तंत्र (Human Respiratory System) जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यह शरीर को निरंतर ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालता है। इसकी संरचना, क्रिया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना न केवल शैक्षणिक दृष्टि से आवश्यक है बल्कि स्वस्थ जीवन के लिए भी आवश्यक है।


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